रात 12 बजे के बाद बूंदाबांदी, 16 जिलों में वर्षा और ओलावृष्टि का अलर्ट
हरियाणा में मौसम का मिजाज बदलने जा रहा है, जिसके बाद प्रदेश के 16 जिलों में वर्षा, ओलावृष्टि और तेज हवाओं के साथ ठंड में इज़ाफा होने की संभावना है। मौसम विभाग ने इस संदर्भ में ओरेंज अलर्ट जारी किया है। शुक्रवार से प्रदेश में हवा का रुख बदलने के बाद ठंडी हवाओं के साथ वर्षा का सिलसिला शुरू होगा। इस बदलाव के कारण दिन और रात के तापमान में गिरावट आएगी, जिससे ठंड और बढ़ेगी।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान
मौसम विभाग के अनुसार, 27 दिसंबर की रात और 28 दिसंबर की सुबह प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में बूंदाबांदी हो सकती है। साथ ही, ओलावृष्टि के साथ 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है। इससे फसलों को फायदा होगा, लेकिन ओलावृष्टि से नुकसान होने का भी खतरा है।
मौसम विभाग ने 16 जिलों के लिए ओरेंज अलर्ट जारी किया है, जबकि अन्य जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है।
इन जिलों में हो सकती है वर्षा और ओलावृष्टि
ओरेंज अलर्ट वाले जिले:
– अंबाला
– यमुनानगर
– करनाल
– महेंद्रगढ़
– रेवाड़ी
– झज्जर
– गुरुग्राम
– मेवात
– पलवल
– फरीदाबाद
– रोहतक
– सोनीपत
– पानीपत
– हिसार
– भिवानी
– चरखी दादरी
यलो अलर्ट वाले जिले:
– पंचकूला
– कुरुक्षेत्र
– कैथल
– सिरसा
– फतेहाबाद
– जींद
इन जिलों में वर्षा और ओलावृष्टि के साथ साथ, घना कोहरा भी छाने की संभावना है, जिससे सुबह के समय दृश्यता कम हो सकती है।
कोहरे और दुर्घटनाओं की स्थिति
प्रदेश में कोहरे के कारण पिछले कुछ दिनों में सड़क दुर्घटनाएं भी बढ़ी हैं। 27 दिसंबर की रात और 28 दिसंबर की सुबह घने कोहरे के कारण वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। चंडीगढ़ के डेराबस्सी में स्कूल बस को बचाने के प्रयास में एक रोडवेज बस पलट गई। इसके अलावा, ईगरा (भिवानी) में एक बस असंतुलित होकर पलट गई और जींद में दो सड़क हादसों में एक दंपती सहित चार लोगों की जान चली गई।
करनाल में एक कार सड़क पर खड़े ट्रक से टकरा गई, जिससे कार चालक घायल हो गया। इन घटनाओं से यह साफ होता है कि कोहरे के दौरान सड़क पर यात्रा करते समय विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।
ठंड और वर्षा से फसलों पर असर
वर्षा और ओलावृष्टि से किसानों को राहत मिल सकती है, खासकर रबी फसलों के लिए। हालांकि, ओलावृष्टि की वजह से फसलों को भी नुकसान हो सकता है। प्रदेश में अभी गेहूं, सरसों और अन्य रबी फसलों की कटाई हो रही है, और ऐसे मौसम में ओलावृष्टि फसलों के लिए नुकसानदायक साबित हो सकती है।
ठंड में वृद्धि और वर्षा से किसानों को अपनी फसलों की सुरक्षा के लिए जरूरी कदम उठाने की सलाह दी गई है। किसान अपने खेतों को नुकसान से बचाने के लिए उचित कदम उठा सकते हैं, जैसे कि फसलों को ढकना या ओलावृष्टि के प्रभाव को कम करने के लिए अन्य उपाय करना।
मौसम के बदलाव से लोगों को होगी परेशानी
मौसम के इस बदलाव के कारण प्रदेश के कई हिस्सों में ठंड बढ़ने की संभावना है, विशेष रूप से हिसार का बालसमंद क्षेत्र, जहां 23 दिसंबर को 3.9 डिग्री सेल्सियस के तापमान के साथ प्रदेश का सबसे ठंडा क्षेत्र रहा। ठंड के बढ़ते असर के साथ, लोग अपनी सुरक्षा के लिए तैयार हो रहे हैं।
विभिन्न जिलों में इस समय कोहरे और बारिश की स्थिति बनी हुई है, जो आने वाले दिनों में यातायात और सार्वजनिक जीवन को प्रभावित कर सकती है। यात्रियों और वाहन चालकों को कोहरे में यात्रा करने से बचने और सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।
राज्य में बदलते मौसम के साथ ही वर्षा और ओलावृष्टि के कारण होने वाली परेशानी से बचने के लिए हर किसी को एहतियात बरतनी चाहिए। खासकर, किसानों को अपनी फसलों की सुरक्षा के लिए समय रहते कदम उठाने होंगे, वहीं यात्रियों को कोहरे और बारिश के कारण सावधानी रखने की आवश्यकता है।