यूपी बीजेपी अध्यक्ष के नाम पर RSS और बीजेपी की समन्वय बैठक, जिलाध्यक्षों के चयन पर चर्चा

यूपी बीजेपी अध्यक्ष के नाम पर RSS और बीजेपी की समन्वय बैठक, जिलाध्यक्षों के चयन पर चर्चा

उत्तर प्रदेश में बीजेपी के जिलाध्यक्षों के चयन को लेकर तकरार बढ़ने के बीच, आज (17 जनवरी) नोएडा में संघ और बीजेपी के बीच एक महत्वपूर्ण समन्वय बैठक हो रही है। इस बैठक में यूपी के दोनों क्षेत्र—पूर्वी और पश्चिमी यूपी—के प्रचारक और पार्टी के वरिष्ठ नेता शामिल होंगे। बैठक का मुख्य उद्देश्य यूपी बीजेपी के जिलाध्यक्षों के चयन को लेकर चल रहे विवादों का समाधान करना है और आने वाले दिनों में इस प्रक्रिया को तेज करना है।

यूपी बीजेपी अध्यक्ष के नाम पर चर्चा

बैठक में यूपी बीजेपी अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और यूपी बीजेपी के संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह भी शामिल होंगे। दोनों नेता पार्टी की आगामी रणनीतियों पर चर्चा करेंगे, जिसमें पार्टी के संगठन को मजबूत करने के अलावा नए जिलाध्यक्षों के चयन का मुद्दा प्रमुख रहेगा।

राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक, यूपी में बीजेपी की चुनावी तैयारी और संगठन के विकास में जिलाध्यक्षों की भूमिका महत्वपूर्ण है, ऐसे में नए जिलाध्यक्षों का चयन पार्टी के आगामी चुनावी रणनीति के लिए बेहद अहम साबित हो सकता है।

जिलाध्यक्षों के चयन में खींचतान

सूत्रों के अनुसार, बीजेपी ने यूपी को 98 जिलों में बांटा हुआ है, लेकिन इनमें से 18 से 20 जिलों में जिलाध्यक्ष के चयन को लेकर खींचतान जारी है। इन जिलों में कई दावेदारों के होने की वजह से पार्टी को अंतिम निर्णय लेने में कठिनाई हो रही है। वहीं, 75 से 80 जिलों में सहमति बन चुकी है और वहां पर नए जिलाध्यक्षों के नाम लगभग तय हो चुके हैं।

हालांकि, जिन जिलों में खींचतान ज्यादा है, उन जिलों में फिलहाल नियुक्ति का निर्णय टल सकता है। इन जिलों में प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव के बाद ही अंतिम निर्णय लिया जाएगा।

20 जनवरी से पहले नए जिलाध्यक्षों का ऐलान

सूत्रों का कहना है कि बीजेपी 20 जनवरी से पहले नए जिलाध्यक्षों के नाम घोषित कर सकती है। इसके लिए पार्टी ने अपनी चुनाव समिति के माध्यम से विभिन्न जिलों के नामों पर विचार करना शुरू कर दिया है। हाल ही में काशी और पश्चिमी यूपी के जिलों की स्क्रीनिंग की गई, जिसमें जिला चुनाव अधिकारियों ने पांच-पांच नामों के पैनल प्रदेश चुनाव समिति के सामने रखे थे, जिन पर अब चर्चा की जा रही है।

बीजेपी की प्रदेश चुनाव समिति ने यह सुनिश्चित करने के लिए कई बैठकों का आयोजन किया है ताकि पार्टी के अंदर किसी भी तरह के विवाद से बचा जा सके और जिलाध्यक्षों का चयन पूरी तरह से पारदर्शी और समन्वित तरीके से किया जा सके।

बीजेपी और RSS की समन्वय बैठक

बैठक में बीजेपी और RSS के समन्वय पर भी चर्चा की जाएगी। इस दौरान, पार्टी के शीर्ष नेता और संघ के प्रचारक आगामी चुनावों के लिए संगठन के दिशा-निर्देशों पर विचार करेंगे। पार्टी के अंदर एकजुटता बनाए रखने और कार्यकर्ताओं की मेहनत को मैदान तक लाने के लिए यह बैठक अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जा रही है।

यूपी बीजेपी के जिलाध्यक्षों के चयन की प्रक्रिया को लेकर चल रहे विवादों को सुलझाने और आगामी चुनावी रणनीतियों पर चर्चा के लिए 17 जनवरी को हो रही बैठक पार्टी के लिए निर्णायक साबित हो सकती है। उम्मीद की जा रही है कि इस बैठक के बाद पार्टी को नई दिशा मिलेगी और 20 जनवरी से पहले जिलाध्यक्षों के नाम की घोषणा कर दी जाएगी। भाजपा इस बैठक में संगठन के मजबूत होने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाने के लिए तैयार है।

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