पत्नी की नौकरी लगवाने के बाद पति से किनारा: राजस्थान में रेलवे कर्मचारी पर आरोप, सस्पेंड

पत्नी की नौकरी लगवाने के बाद पति से किनारा: राजस्थान में रेलवे कर्मचारी पर आरोप, सस्पेंड

मामला राजस्थान का: पति ने पत्नी को नौकरी दिलवाने के लिए किया कड़ी मेहनत, पत्नी ने बदला रूख

राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले से एक दिलचस्प और दुखद मामला सामने आया है, जिसमें एक पति ने अपनी पत्नी को रेलवे की नौकरी दिलवाने के लिए अपनी जान की मेहनत और वित्तीय मदद दी, लेकिन नौकरी मिलने के बाद पत्नी ने उसे छोड़ दिया। यह मामला उस वक्त और अधिक चौंकाने वाला हो गया जब पति ने आरोप लगाया कि पत्नी ने नौकरी पाने के लिए धोखाधड़ी की और डमी कैंडिडेट का इस्तेमाल किया।

मनीष मीणा नाम के युवक ने दावा किया कि उसने अपनी पत्नी सपना मीणा को रेलवे भर्ती परीक्षा पास करवाने के लिए 15 लाख रुपये का कर्ज लिया, अपनी ज़मीन बेच दी और उसे पढ़ाया। इसके बावजूद, सपना ने उसे नौकरी मिलने के महज दो महीने बाद छोड़ दिया। मनीष ने इस घटना के बाद पुलिस से लेकर रेलवे विभाग तक में शिकायत दर्ज कराई, और इसके बाद विभाग ने जांच शुरू कर दी, जिसके परिणामस्वरूप सपना मीणा को सस्पेंड कर दिया गया।

डमी कैंडिडेट और धोखाधड़ी के आरोप

मनीष मीणा के अनुसार, सपना मीणा ने रेलवे भर्ती बोर्ड अजमेर द्वारा आयोजित ग्रुप डी की भर्ती परीक्षा 2019 में अपनी जगह एक डमी कैंडिडेट को बैठा दिया। मनीष ने आरोप लगाया कि यह सब योजना से हुआ था और सपना ने अपने रिश्तेदार की मदद से इस परीक्षा में धोखाधड़ी की। सपना की ट्रेनिंग अप्रैल 2023 में हरियाणा के सिरसा में हुई और बाद में उसे बीकानेर में जॉइनिंग दी गई। लेकिन मनीष का कहना है कि जॉइनिंग के बाद सपना उससे अलग रहने लगी और फिर कोटा में ट्रांसफर होने के बाद भी उसने अपने पति से संबंधों को खत्म कर लिया।

मनीष ने इस मामले को लेकर रेलवे विभाग के उच्च अधिकारियों से भी शिकायत की। उन्होंने कहा कि पत्नी ने न केवल धोखाधड़ी की, बल्कि नौकरी पाने के बाद उसे छोड़ने का फैसला किया, जो कि एक मानसिक उत्पीड़न था। मनीष ने इस मामले में रेलवे विभाग से सपना मीणा को बर्खास्त करने की मांग की है। इसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा कि परीक्षा के दौरान लिए गए फिंगरप्रिंट, फोटो और अन्य दस्तावेजों की जांच भी की जानी चाहिए।

रेलवे की कार्रवाई: सपना मीणा को सस्पेंड किया गया

मनीष मीणा की शिकायत पर रेलवे विभाग ने गंभीरता से कार्रवाई करते हुए सपना मीणा को सस्पेंड कर दिया। रेलवे के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य अधिकारी सौरभ जैन ने पुष्टि की कि मनीष के आरोपों के आधार पर महिला कर्मचारी सपना मीणा को निलंबित किया गया है। इसके साथ ही मामले की जांच भी शुरू कर दी गई है। रेलवे ने यह भी बताया कि सपना मीणा के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोपों की विस्तृत जांच की जा रही है, और यदि आरोप सिद्ध होते हैं तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

यह मामला क्यों है महत्वपूर्ण?

यह मामला कई महत्वपूर्ण पहलुओं को उजागर करता है। पहली बात तो यह है कि पति ने पत्नी को अपना सब कुछ सौंपकर उसकी नौकरी में मदद की, लेकिन नौकरी मिलने के बाद पत्नी ने उसे छोड़ दिया। यह घटना न केवल व्यक्तिगत धोखाधड़ी का मामला है, बल्कि यह समाज में रिश्तों और विश्वास के टूटने की गवाही भी देती है।

दूसरी बात यह है कि इस मामले में धोखाधड़ी की गंभीरता को देखते हुए रेलवे विभाग ने तुरंत कार्रवाई की। इस तरह के मामलों में सरकारी विभागों का सख्त रवैया न केवल इन मामलों को सही दिशा में ले जाता है, बल्कि यह समाज में एक सख्त संदेश भी भेजता है कि किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी या गलत कार्यवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

यह मामला समाज में रिश्तों की टूटन और धोखाधड़ी के घिनौने रूप को उजागर करता है। वहीं, रेलवे विभाग की ओर से की गई त्वरित कार्रवाई यह साबित करती है कि किसी भी कर्मचारी के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोपों को गंभीरता से लिया जाएगा। मनीष मीणा की शिकायत और उसके बाद की कार्रवाई यह दिखाती है कि यदि किसी भी प्रणाली में भ्रष्टाचार या धोखाधड़ी की बू आती है, तो उसे सख्ती से निपटने की जरूरत है।

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