हरियाणा पंचायती राज घोटाले में बड़ी कार्रवाई: रिटायर्ड एओ की गिरफ्तारी और 3 करोड़ 60 लाख रुपये की बरामदगी
पंचायती राज विभाग के बड़े घोटाले में एंटी करप्शन ब्यूरो की बड़ी सफलता
हरियाणा के पंचायती राज विभाग में हुए बहुचर्चित घोटाले में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने एक बड़ी कार्रवाई की है। इस मामले में रिटायर्ड एकाउंट ऑफिसर (एओ) शमशेर सिंह को गिरफ्तार किया गया है, और उनके घर से 3 करोड़ 60 लाख रुपये की नकद राशि और भारी मात्रा में सोने-चांदी के जेवरात बरामद किए गए हैं। इस घोटाले ने राज्यभर में चर्चा का विषय बना लिया है, और अधिकारियों की भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई को लेकर लोगों में आक्रोश और आशा दोनों ही दिखने को मिल रहे हैं।
शमशेर सिंह का आरोप और गिरफ्तारगी
आरोपी शमशेर सिंह का संबंध पंचकूला के सेक्टर 26 से है, और वह मूल रूप से हरियाणा के कैथल जिले के चौसाला गांव का निवासी है। शमशेर सिंह पर पंचायती राज विभाग की विभिन्न योजनाओं में वित्तीय अनियमितताओं के आरोप हैं। यह घोटाला लंबे समय से चल रही विजिलेंस जांच का हिस्सा था, जिसमें आरोप था कि उन्होंने विभाग की योजनाओं के लिए आवंटित धन का ग़लत तरीके से उपयोग किया और गबन किया।
चौंकाने वाली बात यह है कि शमशेर सिंह को रिटायरमेंट के बावजूद प्रमोशन देकर एकाउंट ऑफिसर (एओ) के पद पर नियुक्त किया गया था। नवंबर में रिटायरमेंट लेने के बावजूद, वह विभाग के कार्यों में शामिल थे और उनकी देखरेख में वित्तीय गड़बड़ियां हो रही थीं। विजिलेंस विभाग के अधिकारियों के अनुसार, शमशेर सिंह के खिलाफ पहले से जांच चल रही थी, लेकिन उनके प्रमोशन ने इस मामले को और जटिल बना दिया था।
घर से मिले 3 करोड़ 60 लाख रुपये
शमशेर सिंह के पंचकूला स्थित घर से की गई तलाशी में कुल 3 करोड़ 60 लाख रुपये नकद और भारी मात्रा में सोने-चांदी के जेवरात बरामद किए गए हैं। एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने यह बड़ी कार्रवाई करते हुए आरोपी के घर से जब्त की गई संपत्ति की जांच शुरू कर दी है। यह राशि और संपत्ति उनकी आय और संपत्ति से कहीं अधिक थी, और यह स्पष्ट रूप से इस बात का संकेत देती है कि शमशेर सिंह ने भ्रष्टाचार के रास्ते पर चलकर सरकारी धन का ग़लत उपयोग किया।
विजिलेंस विभाग की कार्रवाई और लोगों का समर्थन
इस बड़ी कार्रवाई के बाद विजिलेंस विभाग के प्रमुख आलोक मित्तल की सराहना की जा रही है। अधिकारियों के मुताबिक, यह घोटाला पंचायती राज विभाग की विभिन्न योजनाओं में हुए वित्तीय अनियमितताओं से जुड़ा है। शमशेर सिंह की गिरफ्तारी को लेकर लोगों ने विजिलेंस विभाग और आलोक मित्तल के नेतृत्व की जमकर तारीफ की है। उनके अनुसार, भ्रष्टाचार के खिलाफ यह कार्रवाई एक सकारात्मक कदम है, और इससे यह संदेश जाता है कि अब भ्रष्ट अधिकारियों के लिए कोई जगह नहीं है।
इसके अलावा, विजिलेंस विभाग ने यह भी घोषणा की है कि इस घोटाले में शामिल अन्य लोगों पर भी जल्द कार्रवाई की जाएगी। आरोपियों के खिलाफ कठोर दंडात्मक कदम उठाने की योजना है, ताकि भविष्य में इस तरह के घोटाले रोकने में मदद मिल सके।
भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की आवश्यकता
हरियाणा में बढ़ते भ्रष्टाचार और अनियमितताओं के मामलों को लेकर अब आम जनता में जागरूकता बढ़ रही है। लोग यह महसूस कर रहे हैं कि भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की आवश्यकता है, ताकि सार्वजनिक धन का सही तरीके से उपयोग हो सके और योजनाओं का लाभ असली लाभार्थियों तक पहुंचे।
पंचायती राज विभाग जैसे संवेदनशील विभागों में घोटालों की आशंका हमेशा बनी रहती है, और इन घोटालों को रोकने के लिए राज्य सरकार को और कड़ी निगरानी और सख्त कानून बनाने की आवश्यकता है। विजिलेंस विभाग की इस कार्रवाई को एक सकारात्मक दिशा के रूप में देखा जा रहा है, लेकिन इस दिशा में और भी कदम उठाने की जरूरत है।
हरियाणा पंचायती राज विभाग में हुए इस घोटाले और शमशेर सिंह की गिरफ्तारी ने यह स्पष्ट कर दिया है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ अब कोई समझौता नहीं किया जाएगा। एंटी करप्शन ब्यूरो की इस कार्रवाई से यह भी संदेश जाता है कि हरियाणा सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ गंभीर है और आने वाले दिनों में इस तरह की और गिरफ्तारियों की उम्मीद जताई जा रही है।