यूपीएससी में सफलता की मिसाल: सृष्टि डबास ने बिना कोचिंग पहले प्रयास में हासिल किया आईएएस का सपना
UPSC की कठिन परीक्षा को पहले प्रयास में क्रैक करने वाली सृष्टि डबास
यूपीएससी सिविल सर्विस परीक्षा, जो भारत में सबसे कठिन परीक्षा मानी जाती है, को क्रैक करने के लिए अक्सर छात्रों को कई सालों की कड़ी मेहनत और कोचिंग की आवश्यकता होती है। लेकिन सृष्टि डबास ने यह चुनौती पहले ही प्रयास में बिना कोचिंग के पार कर दी, और मात्र 6वीं रैंक के साथ भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) में अपना स्थान सुनिश्चित किया। उनका यह सफलता का सफर प्रेरणा का स्रोत है और यह साबित करता है कि कठिन परिश्रम, समर्पण और सही दिशा में की गई मेहनत से कोई भी लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है।
बचपन से ही होनहार: सृष्टि डबास की शैक्षिक यात्रा
दिल्ली की रहने वाली सृष्टि डबास का जीवन शुरू से ही प्रेरणादायक रहा है। उनके पिता दिल्ली पुलिस में तैनात हैं, जबकि उनकी माता एक गृहिणी हैं। सृष्टि ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गंगा इंटरनेशनल स्कूल से की और 10वीं कक्षा में 10 CGPA प्राप्त कर स्कूल टॉप किया। इसके बाद, 12वीं कक्षा में भी उन्होंने 96% अंक के साथ शानदार प्रदर्शन किया। यह उनकी मेहनत और समर्पण का पहला संकेत था।
सृष्टि के लिए शिक्षा का यह सफर यहीं नहीं रुका। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के इंद्रप्रस्थ कॉलेज फॉर विमेन से बीए पॉलिटिकल साइंस की डिग्री हासिल की और फिर इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी (IGNOU) से पॉलिटिकल साइंस में मास्टर्स किया। इसके बाद, उनका चयन रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) में हुआ, जहां उन्होंने ग्रेड B की परीक्षा पास की और एचआर डिपार्टमेंट में कार्यरत हुईं।
रिजर्व बैंक में नौकरी के साथ UPSC की तैयारी
रिजर्व बैंक में नौकरी करने के बावजूद सृष्टि डबास का सपना कहीं न कहीं प्रशासनिक सेवा में शामिल होने का था। उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू की, जबकि वे अपनी नौकरी में व्यस्त थीं। सृष्टि ने एक इंटरव्यू में बताया कि उन्हें नौकरी के साथ पढ़ाई के लिए बहुत कम समय मिल पाता था, लेकिन उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत और समर्पण से समय निकाला। वह अक्सर आरबीआई की लाइब्रेरी में जातीं और लंच ब्रेक में पढ़ाई करती थीं।
उनका यह संघर्ष और उनकी मेहनत का फल आखिरकार 2023 में सामने आया, जब उन्होंने यूपीएससी सिविल सर्विस परीक्षा दी और पहले प्रयास में ही सफलता हासिल की। सृष्टि ने ऑल इंडिया रैंक 6 हासिल की और उनका चयन भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के लिए हुआ।
सफलता के पीछे की मेहनत और समर्पण
सृष्टि डबास की सफलता की कहानी हमें यह सिखाती है कि यदि हमारी नीयत मजबूत हो और हम किसी भी काम को ईमानदारी और मेहनत से करें, तो सफलता मिलना निश्चित है। सृष्टि ने बिना कोचिंग के यूपीएससी परीक्षा को क्रैक करके यह साबित किया कि अगर सही दिशा में मेहनत की जाए, तो किसी भी कठिन परीक्षा को पार किया जा सकता है।
उनका यह सफलता का सफर हमें यह भी सिखाता है कि UPSC जैसी कठिन परीक्षा में सफलता पाने के लिए सिर्फ अकादमिक ज्ञान ही नहीं, बल्कि सही रणनीति, समय प्रबंधन और मानसिक दृढ़ता की भी जरूरत होती है। सृष्टि ने यह सभी गुण अपने जीवन में शामिल किए और अपने सपने को सच किया।
सृष्टि डबास की सफलता से मिली प्रेरणा
सृष्टि डबास की यह कहानी उन सभी युवाओं के लिए एक प्रेरणा है, जो यह मानते हैं कि सफलता के लिए कोचिंग और ज्यादा संसाधनों की आवश्यकता होती है। उनका उदाहरण यह साबित करता है कि अगर हम सही मानसिकता और योजनाबद्ध तरीके से काम करें, तो हम किसी भी मुश्किल को पार कर सकते हैं।
आज सृष्टि डबास ना सिर्फ अपने परिवार, बल्कि पूरे देश के युवाओं के लिए एक प्रेरणा बन गई हैं। उनकी सफलता का यह सफर हमें यह सिखाता है कि अगर हम अपने सपनों को सच्चे दिल से चाहें, तो उसे पूरा करने के लिए कोई भी बाधा हमारी राह में नहीं आ सकती।