उत्तर प्रदेश में बनेगा 115 किलोमीटर का नया लिंक एक्सप्रेसवे, बुंदेलखंड के विकास में मिलेगी बड़ी सौगात

उत्तर प्रदेश में बनेगा 115 किलोमीटर का नया लिंक एक्सप्रेसवे, बुंदेलखंड के विकास में मिलेगी बड़ी सौगात

उत्तर प्रदेश में सड़कों और एक्सप्रेसवे के निर्माण की गति तेज हो गई है, और राज्य की बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए कई महत्वपूर्ण परियोजनाएं चल रही हैं। इन परियोजनाओं का उद्देश्य न केवल राज्य के अंदरूनी क्षेत्रों को जोड़ना है, बल्कि समग्र विकास को भी बढ़ावा देना है। इसी दिशा में बुंदेलखंड क्षेत्र में एक नई योजना तैयार की गई है, जिसके तहत 115 किलोमीटर लंबा लिंक एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा। यह एक्सप्रेसवे बुंदेलखंड के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा और राज्य के अन्य हिस्सों से इसे जोड़ने में सहायक होगा।

बुंदेलखंड के लिए एक नई सौगात

उत्तर प्रदेश में बुंदेलखंड क्षेत्र को एक और बड़ी सौगात मिलने जा रही है। इस क्षेत्र में एक नया लिंक एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा, जो बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से जुड़कर जालौन से झांसी तक जाएगा। इस 115 किमी लंबे एक्सप्रेसवे की योजना उत्तर प्रदेश औद्योगिक एक्सप्रेसवे प्राधिकरण (यूपीडा) द्वारा बनाई गई है। इसके माध्यम से बुंदेलखंड के विकास को एक नई दिशा मिलेगी, और इससे क्षेत्रीय कनेक्टिविटी में सुधार होगा।

बुंदेलखंड के नए औद्योगिक शहर का निर्माण

योगी सरकार ने झांसी और बुंदेलखंड के अन्य हिस्सों में एक नया औद्योगिक शहर बनाने की योजना बनाई है। इस औद्योगिक शहर का उद्देश्य क्षेत्र में औद्योगिक विकास को बढ़ावा देना है। झांसी के पास एक नया औद्योगिक शहर बन रहा है, जो नोएडा की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। इस औद्योगिक शहर के निर्माण के साथ, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे को नए शहर और झांसी से जोड़ने की आवश्यकता थी। इसलिए, 115 किलोमीटर का लिंक एक्सप्रेसवे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से सीधे जुड़ने वाला है, जिससे दोनों क्षेत्रों के बीच संपर्क और गति बढ़ेगी।

डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर को मिलेगा बढ़ावा

इस नए लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के तहत चित्रकूट और झांसी नोड से जुड़े रक्षा क्षेत्र के कार्यों को भी बढ़ावा देगा। यह एक्सप्रेसवे इन दोनों नोड्स को जोड़ने में मदद करेगा, जिससे क्षेत्र में रक्षा उद्योग को नई गति मिलेगी। इसके साथ ही, फार्मा पार्क जैसे अन्य औद्योगिक पार्कों का विकास भी इस क्षेत्र में होने जा रहा है, जिससे बुंदेलखंड को आर्थिक दृष्टि से महत्वपूर्ण बढ़त मिलेगी।

नए साल में शुरू होगा इटावा-हरदोई लिंक एक्सप्रेसवे का काम

नए साल में एक और महत्वपूर्ण परियोजना की शुरुआत होने जा रही है। इटावा-हरदोई लिंक एक्सप्रेसवे, जिसे फर्रुखाबाद लिंक एक्सप्रेसवे भी कहा जाता है, 95 किलोमीटर लंबा होगा। यह एक्सप्रेसवे गंगा एक्सप्रेसवे और आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे को जोड़ने का कार्य करेगा। इस परियोजना से इटावा, कन्नौज, मैनपुरी, फर्रुखाबाद, शाहजहांपुर और हरदोई जैसे जिलों को जोड़ने में मदद मिलेगी। इस एक्सप्रेसवे के बनने से इन जिलों के बीच कनेक्टिविटी और परिवहन की सुविधाएं बेहतर होंगी, और व्यापारिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा।

सभी एक्सप्रेसवे एक-दूसरे से जुड़ेंगे

उत्तर प्रदेश सरकार की योजना है कि विभिन्न एक्सप्रेसवे एक-दूसरे से जुड़कर पूरे राज्य की सड़क नेटवर्क को मजबूती प्रदान करें। चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे को इस इटावा-हरदोई लिंक एक्सप्रेसवे से जोड़ने की योजना बनाई जा रही है। इसके अलावा, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे, गंगा एक्सप्रेसवे और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे को भी आपस में जोड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं। इससे न केवल सड़क यातायात की सुविधा बढ़ेगी, बल्कि व्यापारिक और आर्थिक गतिविधियों में भी वृद्धि होगी।

उत्तर प्रदेश में चल रही एक्सप्रेसवे परियोजनाओं से राज्य की बुनियादी ढांचा प्रणाली में सुधार हो रहा है। खासकर बुंदेलखंड में बनने वाले 115 किलोमीटर के लिंक एक्सप्रेसवे से न केवल क्षेत्रीय कनेक्टिविटी में वृद्धि होगी, बल्कि राज्य के समग्र विकास में भी अहम योगदान मिलेगा। नए औद्योगिक शहरों, डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर और फार्मा पार्क जैसे परियोजनाओं के साथ यह एक्सप्रेसवे बुंदेलखंड को विकास की नई दिशा देने में मदद करेगा। इन परियोजनाओं से न केवल रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, बल्कि राज्य की आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी।

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