हरियाणा में बड़ी कार्रवाई: होमगार्ड दीपक गिरफ्तार, रिश्वत लेने के आरोप में
हरियाणा में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई हुई है। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ए.सी.बी.) की फरीदाबाद टीम ने 23 जनवरी 2025 को एक फरार आरोपी होमगार्ड को गिरफ्तार किया। आरोपी दीपक, जो फरीदाबाद जिले के भुपानी थाना क्षेत्र के गांव बदरपुर सैयद का निवासी है, पर रिश्वत लेने का आरोप था। यह गिरफ्तारी एक लंबी जांच के बाद की गई, और आरोपी को अदालत में पेश करने के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
रिश्वत लेने का आरोप और गिरफ्तारी की पूरी कहानी
आरोपी दीपक, जो फरीदाबाद के सैन्टर होमगार्ड कार्यालय में लिपिक के तौर पर कार्यरत था, ने शिकायतकर्ता शिवेन्द्र से अपनी नजदीक ड्यूटी लगाने के लिए 7,000 रुपये की रिश्वत की मांग की थी। शिवेन्द्र, जो खुद एक होमगार्ड है, ने ए.सी.बी. फरीदाबाद को इस मामले की शिकायत दी। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि दीपक ने उसे रिश्वत के बदले नजदीक ड्यूटी दिलवाने का वादा किया था।
ए.सी.बी. ने शिकायत के आधार पर 23 दिसंबर 2024 को रेड की कार्रवाई की, जिसमें दीपक को शिकायतकर्ता से 7,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया। हालांकि, जब ए.सी.बी. की टीम ने दीपक को घेरा, तो वह अपनी कार में बैठकर मौके से फरार हो गया। ए.सी.बी. ने उसकी कार को पीछा कर रोक लिया, लेकिन आरोपी ने रिश्वत राशि और अपनी कार छोड़ दी और भाग निकला।
टीम ने मौके पर ही आरोपी की कार से रिश्वत की रकम 7,000 रुपये बरामद की और कार को अपने कब्जे में ले लिया। इसके बाद, ए.सी.बी. ने आरोपी के खिलाफ कार्रवाई शुरू की और उसे गिरफ्तार कर लिया।
जमानत याचिका खारिज: आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई
आरोपी दीपक के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था और उसे जमानत प्राप्त करने के लिए दो बार अदालत का रुख करना पड़ा। पहले 7 जनवरी 2025 को फरीदाबाद के ए.एस.जे. अदालत ने दीपक की जमानत याचिका खारिज कर दी, और फिर 20 जनवरी 2025 को उच्च न्यायालय, हरियाणा ने भी उसकी जमानत याचिका को खारिज कर दिया।
अंततः 23 जनवरी 2025 को ए.सी.बी. की टीम ने आरोपी दीपक को गिरफ्तार कर लिया और उसे अदालत में पेश किया। अदालत ने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया, और आरोपी को फरीदाबाद के नीमका जेल में भेजा गया।
भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई: ए.सी.बी. की भूमिका
यह गिरफ्तारी भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ए.सी.बी.) की टीम द्वारा की गई सख्त कार्रवाई का परिणाम है। ए.सी.बी. ने न केवल आरोपी की गिरफ्तारी सुनिश्चित की, बल्कि उसके पास से बरामद रिश्वत राशि और कार को भी अपने कब्जे में लिया। यह कार्रवाई दर्शाती है कि हरियाणा में भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए सरकार और ए.सी.बी. पूरी तरह से सक्रिय हैं और ऐसे मामलों में त्वरित कार्रवाई की जा रही है।
भ्रष्टाचार पर कड़ी निगरानी
हरियाणा में होमगार्ड जैसे सरकारी कर्मचारियों द्वारा रिश्वत लेने की घटनाएं समाज में विश्वास को कमजोर करती हैं। ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई से यह संदेश जाता है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ कोई भी समझौता नहीं होगा। ए.सी.बी. की सक्रियता और न्यायालय द्वारा दिए गए कड़े फैसले से यह साबित होता है कि सरकारी कर्मचारियों के भ्रष्ट आचरण पर कड़ी नजर रखी जा रही है। इस प्रकार की कार्रवाई युवाओं और समाज के अन्य वर्गों में सरकारी सेवा में ईमानदारी और पारदर्शिता की अहमियत को बढ़ावा देती है।