हरियाणा के पूर्व डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला को बड़ा झटका: 681 करोड़ के ड्रीम प्रोजेक्ट पर ब्रेक

हरियाणा के पूर्व डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला को बड़ा झटका: 681 करोड़ के ड्रीम प्रोजेक्ट पर ब्रेक

हरियाणा के पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला को एक बड़ा झटका लगा है। उनकी योजनाओं में शामिल 681 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला एलिवेटेड रोड प्रोजेक्ट अब ठप हो गया है। यह प्रोजेक्ट हिसार शहर की जाम की समस्या से निजात दिलाने के उद्देश्य से तैयार किया गया था। हालांकि, प्रदेश की नई भाजपा सरकार ने अब इस प्रोजेक्ट पर ब्रेक लगा दिया है।

दुष्यंत चौटाला का ड्रीम प्रोजेक्ट और उसकी योजना

पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला का यह प्रोजेक्ट हिसार शहर के दिल्ली रोड पर एक एलिवेटेड रोड बनाने का था, जिसे शहर के ट्रैफिक जाम की समस्या को हल करने के लिए तैयार किया गया था। इस रोड का निर्माण 8.5 किलोमीटर लंबा होने वाला था, जिसमें शहर के तीन प्रमुख पुलों को जोड़ने की योजना भी थी। इसके बाद, हिसार के ट्रैफिक को काफी हद तक नियंत्रित करने की उम्मीद थी।

इस प्रोजेक्ट का प्रस्ताव पहले ही 2019 में भाजपा और जजपा के गठबंधन सरकार द्वारा मंजूर किया गया था। इसके बाद, प्रोजेक्ट को हरी झंडी देने के लिए सर्वे एजेंसी हायर की गई थी और लाखों रुपये का भुगतान भी किया गया था। गुरुग्राम स्थित एजेंसी ने 2023 में इस प्रोजेक्ट की रिपोर्ट सौपी थी और डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) भी तैयार की थी। लेकिन सीएम ऑफिस में फाइल अटकने के कारण यह प्रोजेक्ट लागू नहीं हो सका।

भाजपा सरकार द्वारा प्रोजेक्ट पर ब्रेक

हाल ही में हरियाणा के PWD मंत्री रणबीर गंगवा ने इस प्रोजेक्ट को लेकर बयान दिया, जिसमें उन्होंने कहा कि यदि एलिवेटेड रोड की आवश्यकता महसूस हुई तो इसे देखा जाएगा, लेकिन इसके बजाय कुछ और प्रोजेक्ट पर ध्यान दिया जा रहा है, जिनसे जाम की समस्या अपने आप हल हो सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि रिंग रोड का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है, जिसे केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की मदद से मंजूरी दी जा सकती है।

रिंग रोड का प्रस्ताव हिसार शहर के चारों ओर बनने वाले एक रिंग रोड से संबंधित है, जिसे दिल्ली, चंडीगढ़, राजस्थान और सिरसा जाने वाले यात्री बिना शहर के अंदर प्रवेश किए ही इन रास्तों का उपयोग कर सकेंगे। यह परियोजना वर्तमान में एक प्रमुख विकल्प बनकर उभरी है, जिसे अगर मंजूरी मिलती है तो शहर की जाम की समस्या में काफी राहत मिल सकती है।

क्या था एलिवेटेड रोड प्रोजेक्ट?

इस एलिवेटेड रोड के निर्माण का उद्देश्य दिल्ली रोड पर वाहनों के दबाव को कम करना था, क्योंकि यह मुख्य मार्ग होने के कारण यहां हमेशा जाम की समस्या रहती है। हिसार शहर के बीचों-बीच स्थित इस सड़क पर ट्रैफिक की अत्यधिक भीड़ के कारण पूरे शहर का ट्रैफिक प्रभावित होता है। इसलिए इस रोड पर एक ऊपरी लेन यानी एलिवेटेड रोड बनाने का प्रस्ताव था, जिससे जाम की समस्या को हल किया जा सके।

भाजपा सरकार के नए रोड और ब्रिज निर्माण योजनाएं

हरियाणा सरकार ने अब एलिवेटेड रोड की जगह अन्य विकासात्मक कार्यों को प्राथमिकता दी है। PWD मंत्री रणबीर गंगवा ने यह भी कहा कि उन्होंने सूर्य नगर ओवरब्रिज और साउथ बायपास ब्रिज पर काम शुरू कर दिया है। इसके अलावा, वे हिसार में इंटरनल रोड बनाने का भी प्रस्ताव रखते हैं, जो तोशाम रोड को राजगढ़ रोड से जोड़ने के लिए होगा। इन योजनाओं के लागू होने के बाद उम्मीद है कि शहर में जाम की समस्या काफी हद तक कम हो जाएगी।

भविष्य की उम्मीदें और चुनौतियां

जहां एक तरफ एलिवेटेड रोड प्रोजेक्ट पर ब्रेक लग गया है, वहीं सरकार की योजनाओं में सड़क और ब्रिजों के निर्माण से लोगों को राहत मिल सकती है। यह भी स्पष्ट है कि दुष्यंत चौटाला का ड्रीम प्रोजेक्ट अब पूरी तरह से ठप हो गया है, और इस पर आगे कोई ठोस कदम उठाए जाने की संभावना फिलहाल नजर नहीं आ रही।

अब देखना यह होगा कि भाजपा सरकार इन नए प्रस्तावों को कितना तेजी से अमल में लाती है और क्या इससे हिसार के नागरिकों को सच्ची राहत मिल पाती है या नहीं।

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