हरियाणा में ग्रुप D भर्ती पर आया बड़ा अपडेट: 9 महीने से नहीं मिली सैलरी
हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग द्वारा खेल कोटे से भर्ती, लेकिन वेतन में देरी
हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) द्वारा मार्च 2024 में खेल कोटे के तहत ग्रुप D के 1500 पदों पर भर्ती की गई थी। भर्ती की प्रक्रिया पूरी होने के बावजूद, इन कर्मचारियों को अभी तक विभाग आवंटित नहीं किया गया है और न ही उन्हें 9 महीने से वेतन का भुगतान किया गया है। यह स्थिति कर्मचारियों के लिए एक गंभीर समस्या बन चुकी है, जिनकी रोजमर्रा की जिंदगी और आर्थिक स्थिति पर इसका नकारात्मक असर पड़ रहा है।
ग्रेडेशन सर्टिफिकेट की वेरिफिकेशन में देरी
इस लंबी देरी के पीछे सबसे बड़ा कारण है ग्रेडेशन सर्टिफिकेट की वेरिफिकेशन प्रक्रिया का अधूरा होना। हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग ने खेल कोटे के तहत भर्ती तो कर ली, लेकिन इन कर्मचारियों के ग्रेडेशन सर्टिफिकेट की वेरिफिकेशन में कई तकनीकी और प्रशासनिक अड़चनें आ गईं। इस प्रक्रिया को पूरा करने के लिए संबंधित खेल संघों और सरकारी विभागों से पुष्टि की जानी थी, लेकिन लोकसभा और विधानसभा चुनावों के कारण इस काम में देरी हो गई।
चुनावों का असर और उसके परिणाम
वेरिफिकेशन में देरी के मुख्य कारणों में लोकसभा और विधानसभा चुनावों को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। चुनावों के दौरान अधिकांश सरकारी विभाग और खेल संघ अपनी पूरी तवज्जो चुनावी कार्यों में लगा रहे थे, जिससे कर्मचारियों के ग्रेडेशन सर्टिफिकेट की वेरिफिकेशन प्रक्रिया में बाधा आई। यह काम अब तक पूरा नहीं हो पाया है, और इसकी वजह से कर्मचारियों को सैलरी का भुगतान नहीं हो पा रहा है।
सैलरी में देरी से कर्मचारी परेशान
मार्च 2024 में भर्ती होने के बावजूद, अधिकांश कर्मचारियों को अब तक सैलरी का भुगतान नहीं किया गया है। कुछ कर्मचारियों को अगस्त महीने में जून की सैलरी मिली है, लेकिन अधिकांश कर्मचारियों को सैलरी का इंतजार अब भी है। यह स्थिति कर्मचारियों के लिए बेहद कठिन और निराशाजनक बन चुकी है। कर्मचारियों को अपनी नौकरी की शुरुआत करने के बाद से ही वेतन की उम्मीद थी, लेकिन लंबी देरी के कारण उनका भरोसा टूटता जा रहा है।
क्या है सरकार की योजना?
सरकार ने यह स्पष्ट किया है कि कर्मचारियों को जल्द ही विभाग आवंटित किए जाएंगे और उनके ग्रेडेशन सर्टिफिकेट की वेरिफिकेशन पूरी होते ही वेतन का भुगतान भी किया जाएगा। हालांकि, यह प्रक्रिया कब तक पूरी होगी, इस बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई है। कर्मचारी चयन आयोग ने वादा किया है कि जैसे ही वेरिफिकेशन पूरी होगी, कर्मचारियों को उनकी सैलरी और विभाग का आवंटन कर दिया जाएगा।
कर्मचारियों का आक्रोश
इन कर्मचारियों का कहना है कि भर्ती के समय उनकी उम्मीदें बहुत ऊंची थीं, लेकिन अब 9 महीने बाद भी उन्हें कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिल पा रहा है। वेतन न मिलने के कारण कर्मचारियों को आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और उनका भविष्य अंधेरे में दिख रहा है। कर्मचारी इस देरी के लिए कर्मचारी चयन आयोग और अन्य संबंधित विभागों को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं और जल्द समाधान की उम्मीद कर रहे हैं।
हरियाणा सरकार को जल्द से जल्द इस स्थिति का समाधान ढूंढने की आवश्यकता है। कर्मचारियों के ग्रेडेशन सर्टिफिकेट की वेरिफिकेशन में देरी और सैलरी में विघटन ने उनकी उम्मीदों को तोड़ दिया है। सरकार और कर्मचारी चयन आयोग को कर्मचारियों के हितों को ध्यान में रखते हुए त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि वे अपने कर्तव्यों को सही तरीके से निभा सकें और उनकी मेहनत का सही मूल्य मिल सके।