100 रुपये की राइड से बाइक टैक्सी राइडर्स की कमाई: जानिए कितनी मिलती है राइडर्स को
बाइक टैक्सी: सस्ती और तेज़ यात्रा का विकल्प
पिछले कुछ वर्षों में बाइक टैक्सी की सेवा का चलन तेजी से बढ़ा है। बढ़ते ट्रैफिक और बढ़ती गाड़ी टैक्सी दरों के कारण बाइक टैक्सी एक आकर्षक विकल्प बन गई है। विशेष रूप से, जब बात तेज़ और सस्ती यात्रा की होती है, तो बाइक टैक्सी का कोई मुकाबला नहीं है। इसके अलावा, बाइक टैक्सी से लोग अपनी फ्री टाइम में पैसे भी कमा सकते हैं। हालांकि, यह सवाल उठता है कि बाइक टैक्सी चलाने वाले राइडर्स की कितनी कमाई होती है, और क्या इस पेशे में कुछ जोखिम भी हैं?
100 रुपये की राइड पर बाइक टैक्सी राइडर्स की कमाई
दिल्ली-एनसीआर में रैपिडो बाइक टैक्सी चला रहे कुलदीप ने बताया कि रैपिडो जैसे प्लेटफॉर्म पर राइड का भुगतान बहुत ही वेरिएबल होता है। कुलदीप ने बताया कि एक राइड के लिए जो कस्टमर 30 रुपये देता है, उसमें से राइडर को करीब 17 रुपये तक मिलते हैं। इसके अलावा, किसी राइड की कमाई हर बार अलग हो सकती है, जो कि इस बात पर निर्भर करता है कि राइड कितना लंबा है या उसका किराया कितना है। 100 रुपये की राइड पर लगभग हर कंपनी राइडर को **70 से 80 रुपये** देती है।
वहीं, ओला और ऊबर जैसी कंपनियों में भी राइड की कमाई में अंतर होता है। ऊबर के एक राइडर विपिन ने बताया कि ऊबर में शुरुआती 30 रुपये का भुगतान फिक्स होता है, फिर उसके बाद बाकी का भुगतान राइड की दूरी और समय के हिसाब से होता है। ओला में पैसे थोड़ा कम मिलते हैं, खासकर दिन के मुकाबले रात में राइड के दौरान राइडर्स को थोड़े अधिक पैसे मिलते हैं।
राइड कैंसिल होने पर राइडर्स को क्या नुकसान होता है?
कई बार ऐसा होता है कि कस्टमर राइड कैंसिल कर देता है। इस स्थिति में, राइडर को कोई भी नुकसान नहीं होता है। हालांकि, रैपिडो के राइडर विपिन ने बताया कि अगर राइड कैंसिल होने से पहले राइडर ने काफी किलोमीटर का सफर तय कर लिया, तो पेट्रोल का खर्च राइडर को उठाना पड़ता है। राइड कैंसिल करने के बाद कस्टमर से लिया गया शुल्क पूरी तरह से कंपनी के पास चला जाता है, न कि राइडर को।
क्या राइडर्स को सैलरी मिलती है?
बाइक टैक्सी राइडर्स को कोई निश्चित सैलरी नहीं मिलती। उनकी पूरी कमाई राइड्स पर आधारित होती है। कुछ कंपनियां राइडर्स को इंसेंटिव भी देती हैं। कुलदीप ने बताया कि अगर कोई राइडर पूरे दिन में कई राइड्स करता है, तो कंपनी उसे इंसेंटिव के रूप में **40-50 रुपये** दे सकती है।
बाइक टैक्सी राइडर्स के लिए क्या होता है इंश्योरेंस?
जबकि कस्टमर्स के लिए कंपनियां एक्सीडेंट इंश्योरेंस की सुविधा देती हैं, राइडर्स के लिए भी कुछ इंश्योरेंस प्रोग्राम होते हैं। इसके लिए राइडर को एक छोटी सी राशि का भुगतान करना होता है। यदि एक्सीडेंट होता है, तो राइडर को सारी मेडिकल खर्च और अन्य खर्चे कंपनी द्वारा दिए जाते हैं, बशर्ते राइडर के पास पुलिस की एफआईआर और एक्सीडेंट के सबूत हों।
क्या बाइक टैक्सी राइडर्स का काम स्थायी होता है?
राइडर्स की सबसे बड़ी खूबी यह है कि वे अपनी मर्जी से काम शुरू या रोक सकते हैं। राइडर्स को किसी प्रकार के नोटिस पीरियड की जरूरत नहीं होती है। हालांकि, कुछ मामलों में कंपनियां राइडर्स को निकाल सकती हैं, जैसे कि यदि उनके खिलाफ कई शिकायतें आ रही हैं या पुलिस केस दर्ज होता है। रिव्यूज भी इस बात को प्रभावित करते हैं कि राइडर को कंपनी द्वारा जारी किया जाता है या नहीं। अगर राइडर को खराब रिव्यू मिलते हैं, तो कंपनी उसे नोटिस कर सकती है।
मल्टीपल कंपनियों में काम करने का फायदा
विपिन ने बताया कि एक ही समय में मल्टीपल कंपनियों के लिए काम करने से राइडर्स को ज्यादा राइड्स मिलती हैं। अगर किसी राइडर के पास हर कंपनी का लॉगिन है, तो उसे राइड के लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। इस तरीके से राइडर अपनी कमाई बढ़ा सकता है।
बाइक टैक्सी राइडर्स के लिए यह एक अच्छा और flexible पेशा साबित हो सकता है, लेकिन इस पेशे में भी कुछ चुनौतियां हैं। एक ओर जहां राइडर्स को अपनी मेहनत का उचित भुगतान मिलता है, वहीं दूसरी ओर उन्हें कुछ जोखिमों का भी सामना करना पड़ता है, जैसे राइड कैंसिलेशन और किसी पार्सल के खो जाने की स्थिति में हर्जाना। इसके बावजूद, बाइक टैक्सी ड्राइविंग एक आकर्षक विकल्प है, खासकर उन लोगों के लिए जिनके पास बाइक है और वे अपनी फ्री टाइम में अतिरिक्त कमाई करना चाहते हैं।