हरियाणा के नारनौल में सीएम फ्लाइंग का छापा, 15 कर्मचारी हुए गैरहाजिर
नारनौल, हरियाणा: हरियाणा के नारनौल में सीएम फ्लाइंग की टीम ने एक बड़ा छापा मारा, जिसमें डीटीपी (डिपार्टमेंट ऑफ टाउन प्लानिंग) कार्यालय के कर्मचारियों की लापरवाही का खुलासा हुआ। यह छापा सोमवार सुबह करीब 9 बजे मारा गया, जब सीएम फ्लाइंग की टीम ने नारनौल स्थित डीटीपी कार्यालय का दौरा किया। छापेमारी के दौरान कार्यालय में अधिकतर कर्मचारी और अधिकारी गैरहाजिर पाए गए। सिर्फ चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी कार्यालय में मौजूद था। यह घटना प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करती है।
छापेमारी के दौरान मिली बड़ी लापरवाही
सीएम फ्लाइंग की टीम ने जब कार्यालय की छानबीन शुरू की, तो पाया कि अधिकतर कर्मचारी ड्यूटी से गायब थे। सिर्फ चार कर्मचारी समय पर कार्यालय पहुंचे, जबकि बाकी सभी कर्मचारी गैरहाजिर थे। सीएम फ्लाइंग की टीम ने यह सुनिश्चित किया कि सभी कर्मचारियों की उपस्थिति की जांच की जाए और उनकी अनुपस्थिति पर रिपोर्ट बनाई जाए।
ड्यूटी मेजिस्ट्रेट नितिन भार्गन ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि सीएम फ्लाइंग की टीम के साथ उन्होंने कार्यालय का दौरा किया और पाया कि सभी कर्मचारी गैरहाजिर थे। उन्होंने कहा कि सभी कर्मचारियों की रिपोर्ट तैयार की जा रही है और उच्च अधिकारियों को भेजी जाएगी। इसके बाद लापरवाह कर्मचारियों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
देर से पहुंचे कर्मचारी और उनकी दलीलें
छापेमारी के बाद, सुबह 9:45 बजे तक केवल चार कर्मचारी कार्यालय पहुंचे थे। इनमें से कुछ कर्मचारियों ने अपनी अनुपस्थिति के लिए विभिन्न कारण दिए। एक कर्मचारी ने बताया कि वह रेवाड़ी से अप-डाउन करता है, इस कारण कार्यालय आने में देरी हो गई। वहीं, एक महिला कर्मचारी का कहना था कि अत्यधिक ठंड की वजह से वह समय पर नहीं पहुंच पाई।
यह घटनाक्रम बताता है कि कई बार सरकारी कर्मचारियों के समय की गंभीरता को नजरअंदाज किया जाता है, जिससे कार्यकुशलता पर असर पड़ता है। सूत्रों के अनुसार, शिकायतें मिल रही हैं कि कर्मचारी अक्सर 10 बजे के बाद ही कार्यालय पहुंचते हैं और जूनियर इंजीनियरों के फोन भी नहीं उठाते हैं। यह घटनाएँ विभागीय लापरवाही को उजागर करती हैं।
अधिकारी कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की तैयारी में
सीएम फ्लाइंग की टीम और ड्यूटी मेजिस्ट्रेट ने कहा कि उच्च अधिकारियों को सभी कर्मचारियों की अनुपस्थिति और लापरवाही की रिपोर्ट भेजी जाएगी। रिपोर्ट मिलने के बाद अधिकारियों द्वारा तय किया जाएगा कि कर्मचारियों के खिलाफ कौन सी कार्रवाई की जाए। यह कदम सरकारी कार्यालयों में अनुशासन बनाए रखने और कर्मचारियों की जवाबदेही तय करने के लिए महत्वपूर्ण होगा।
सरकारी दफ्तरों में समय पालन की अनिवार्यता
यह घटना सरकार के कार्यों में पारदर्शिता और समय पालन के महत्व को रेखांकित करती है। सरकारी दफ्तरों में समय की पाबंदी कर्मचारियों की जिम्मेदारी है और इसे किसी भी हालत में नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। कर्मचारियों की अनुपस्थिति से न केवल काम में देरी होती है, बल्कि यह जनता को भी असुविधा में डालता है, जिनका सरकारी कामकाज पर निर्भर रहता है।
यह घटना हरियाणा सरकार के लिए एक सख्त संदेश है कि सरकारी कार्यालयों में अनुशासन और समयपालन को लेकर कड़ी निगरानी रखी जाए। अगर इस प्रकार की लापरवाही जारी रहती है, तो इसका प्रभाव प्रशासन की कार्यक्षमता पर पड़ता है, जो आखिरकार जनता के लिए परेशानी का कारण बनता है।
हरियाणा के नारनौल में सीएम फ्लाइंग के छापे ने सरकारी दफ्तरों में कर्मचारियों की लापरवाही को बेनकाब कर दिया है। सरकारी विभागों में समय की पाबंदी और कर्मचारियों की उपस्थिति को लेकर इस छापेमारी ने एक नई बहस शुरू कर दी है। उम्मीद की जाती है कि इस मामले में जल्द ही उचित कार्रवाई की जाएगी और कर्मचारियों के लिए एक कड़ा संदेश जाएगा कि सरकारी सेवा में अनुशासन सबसे महत्वपूर्ण है।