दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे: हरियाणा और कश्मीर को जोड़ने वाली नई राह
हरियाणा से जम्मू-कश्मीर और पंजाब तक सफर हुआ और भी आसान
हरियाणा, पंजाब और जम्मू-कश्मीर को जोड़ने वाली दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे का पहला चरण अब पूरी तरह से तैयार है। यह एक्सप्रेसवे न केवल इन राज्यों के बीच की दूरी को कम करेगा, बल्कि यात्रा को भी तेज और सुरक्षित बनाएगा। इस परियोजना के पूरा होने से इन क्षेत्रों के बीच कनेक्टिविटी में महत्वपूर्ण सुधार होगा। इसके साथ ही यह एक ऐसी सड़क बनकर उभरेगी, जो ट्रैफिक की भीड़-भाड़ को कम करने और तेज यात्रा का अवसर प्रदान करेगी।
दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे का महत्व
दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे के निर्माण से न सिर्फ हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के बीच यातायात की गति तेज होगी, बल्कि यह दिल्ली से अमृतसर और कटरा की यात्रा को भी और सुलभ बनाएगा। यह सड़क न केवल यात्री वाहनों के लिए, बल्कि माल ढुलाई के लिए भी महत्वपूर्ण है। यह एक्सप्रेसवे ट्रांसपोर्टेशन के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी बदलाव लेकर आएगा, जिससे यात्रा का समय कम होगा और सड़क पर दुर्घटनाओं की संभावना भी घटेगी।
इस एक्सप्रेसवे का पहला चरण हरियाणा के हिस्से में पूरा हो चुका है। ट्रायल रन सफल होने के बाद अब इसका उपयोग आम जनता के लिए किया जा रहा है। एक्सप्रेसवे पर बूथलेस टोल सिस्टम लागू कर दिया गया है, जिससे टोल बूथ्स पर रुकने की आवश्यकता नहीं होगी और यात्री बिना किसी रुकावट के अपनी यात्रा जारी रख सकेंगे।
एक्सप्रेसवे की खासियत: 120 किमी/घंटा की स्पीड लिमिट
इस एक्सप्रेसवे की सबसे खास बात यह है कि यहां वाहनों के लिए गति सीमा को 120 किमी/घंटा तक निर्धारित किया गया है। यह लिमिट खासतौर पर लाइट मोटर व्हीकल (LMV) के लिए है, जिनमें निजी कारें और छोटे वाहन शामिल हैं। जबकि हैवी मोटर व्हीकल्स के लिए 80 किमी/घंटा की गति सीमा तय की गई है। इस उच्च गति की सीमा से यात्रा तेज होगी और लोग अपनी मंजिल पर जल्दी पहुंच सकेंगे।
इसके अलावा, इस एक्सप्रेसवे पर बाइक और ऑटो रिक्शा की अनुमति नहीं होगी, जो इस सड़क को साफ और सुरक्षित रखने में मदद करेगा। केवल हल्के और भारी मोटर वाहनों को ही इस सड़क पर चलने की अनुमति होगी, जिससे यातायात की सुगमता बढ़ेगी और दुर्घटनाओं का खतरा कम होगा।
कनेक्टिविटी और टोल प्लाजा
दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे हरियाणा के कई प्रमुख शहरों को जोड़ने वाला एक महत्वपूर्ण मार्ग है। इसमें सोनीपत, रोहतक और जींद को भी कनेक्ट किया गया है, जिससे इन क्षेत्रों के लोग अब आसानी से यात्रा कर सकेंगे। इसके साथ ही, एक्सप्रेसवे पर कुल सात टोल प्लाजा स्थापित किए गए हैं, जिनकी मदद से यात्री अपने सफर को बिना किसी रुकावट के जारी रख सकेंगे। इन टोल प्लाजाओं पर इलेक्ट्रॉनिक टोल संग्रहण प्रणाली (ETC) का इस्तेमाल किया जाएगा, जिससे यात्रियों को टोल के भुगतान में सुविधा होगी और समय की बचत भी होगी।
आधुनिक तकनीक से लैस एक्सप्रेसवे
इस एक्सप्रेसवे को अत्याधुनिक तकनीक के साथ तैयार किया गया है, जो इसे पूरी तरह से सुरक्षित और यात्रियों के लिए आरामदायक बनाता है। इसका डिजाइन इस तरह से किया गया है कि इसमें मौसम की स्थितियों के बावजूद यात्रा करना सुरक्षित और सुविधाजनक होगा। इसके साथ ही, इस एक्सप्रेसवे पर यातायात निगरानी प्रणाली भी लागू की गई है, जिससे किसी भी दुर्घटना या समस्या के समय तुरंत मदद मिल सकेगी।
दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे हरियाणा, पंजाब और जम्मू-कश्मीर के बीच यात्रा को अधिक सुरक्षित, तेज और आरामदायक बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस परियोजना के पूरा होने से इन राज्यों के बीच व्यापार, पर्यटन और यातायात में वृद्धि होगी। अब लोग अपनी यात्रा को बिना किसी बाधा के 120 किमी/घंटा की रफ्तार से पूरी कर सकेंगे और समय की बचत कर पाएंगे। इसके साथ ही, यह एक्सप्रेसवे इन क्षेत्रों की अर्थव्यवस्था को भी नया रूप देने में मदद करेगा।