अग्निवीरों के लिए सरकार का तोहफा: स्थाई सेवा का अवसर
अग्निवीर योजना के तहत भारतीय सेना में भर्ती हुए युवाओं के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। सरकार ने अग्निवीरों को स्थाई सेवा देने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इस कदम से जहां एक ओर अग्निवीरों को स्थाई नौकरी का अवसर मिलेगा, वहीं दूसरी ओर यह योजना युवाओं के लिए एक स्थिर और सुरक्षित भविष्य की दिशा में बड़ा कदम साबित हो सकती है।
सरकार का बड़ा फैसला: अग्निवीरों को स्थाई सेवा का मौका
अग्निवीर योजना के तहत 4 साल की सेवा पूरी करने के बाद, सेना में भर्ती हुए अग्निवीरों को स्थाई सेवा देने का निर्णय लिया गया है। यह फैसला खासकर 2026 में रिटायर होने वाले अग्निवीरों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी किए गए निर्देशों के अनुसार, चार साल की सेवा के बाद अग्निवीरों को काम से मुक्त कर दिया जाएगा, लेकिन इनमें से कुछ अग्निवीरों को स्थाई सेवा में शामिल करने के लिए चयनित किया जाएगा।
स्थाई भर्ती की प्रक्रिया
अग्निवीरों को स्थाई सेवा में शामिल करने के लिए किसी भी प्रकार की नई परीक्षा आयोजित नहीं की जाएगी। जो अग्निवीर 4 साल की सेवा में अच्छे प्रदर्शन के साथ योग्य पाए जाएंगे, उन्हें स्थाई सेवा में शामिल किया जाएगा। इसके लिए चयन प्रक्रिया पर ध्यान दिया जाएगा और अग्निवीरों की क्षमता के आधार पर कुछ को स्थाई भर्ती का अवसर मिलेगा।
इसमें विशेष ध्यान रखा जाएगा कि जिन अग्निवीरों ने अपनी सेवा में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है, उन्हें प्राथमिकता दी जाएगी। इसके अलावा, जो अग्निवीर स्थाई सेवा में शामिल होने के लिए तैयार नहीं होंगे, उन्हें भविष्य में अन्य अवसर दिए जाएंगे। सूत्रों से यह भी जानकारी मिली है कि इन चयनित अग्निवीरों को एक प्रतिशत सूची के माध्यम से स्थाई सेवा में शामिल किया जाएगा।
2026 में रिटायर होने वाले अग्निवीरों के लिए बड़ा तोहफा
2026 तक भारतीय सेना में कुल 1,75,000 अग्निवीरों की भर्ती की जाएगी, जिनमें से बड़ी संख्या में थलसेना, जलसेना और वायुसेना में अग्निवीर शामिल होंगे। इनमें से 55,000 अग्निवीरों की भर्ती प्रक्रिया अब तक पूरी हो चुकी है, जबकि बाकी की भर्ती प्रक्रिया चल रही है। जब ये अग्निवीर 2026 में अपनी सेवा पूरी करेंगे, तो उन्हें स्थाई नौकरी का तोहफा दिया जाएगा, जिससे उनका भविष्य और भी उज्जवल होगा।
थलसेना, जलसेना और वायुसेना में भर्ती
अग्निवीर योजना के तहत अब तक सबसे अधिक 45,000 अग्निवीरों की भर्ती थलसेना में की गई है। इसके बाद वायुसेना और जलसेना में भी बड़ी संख्या में अग्निवीरों की भर्ती की जा रही है। कुल मिलाकर, 2026 तक भारतीय सेना में करीब 1,75,000 अग्निवीरों की भर्ती की जाएगी। इनमें से कई महिला अग्निवीर भी शामिल हैं, जो इस योजना के तहत सेना में अपनी सेवा दे रही हैं।
अग्निवीर योजना का महत्व
अग्निवीर योजना ने भारतीय सेना में भर्ती की प्रक्रिया को एक नया आयाम दिया है। यह योजना युवाओं को चार साल की सेवा देने के बाद स्थाई नौकरी का अवसर प्रदान करती है, जिससे उनके जीवन में स्थिरता और सुरक्षा आती है। इसके साथ ही यह योजना सेना के आधुनिकीकरण और युवा शहरीकरण के दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है।
अग्निवीरों के लिए सरकार का यह कदम उन्हें एक नया और स्थिर भविष्य प्रदान करने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। सरकार द्वारा दी जाने वाली स्थाई सेवा की पेशकश, इन युवाओं को आगे की राह में प्रेरित करेगी और उन्हें भारतीय सेना में अपना योगदान देने के लिए और भी उत्साहित करेगी। यह कदम भारतीय सेना की ताकत को और भी मजबूत बनाने में सहायक साबित होगा।