हरियाणा: राधा स्वामी डेरे में जा रहे श्रद्धालुओं से भरी बस में लगी आग, बड़ा हादसा टला
हरियाणा के फतेहाबाद जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है। रविवार को एक बस में भयंकर आग लग गई, जो श्रद्धालुओं से भरी हुई थी। यह बस राधा स्वामी डेरे में सत्संग में शामिल होने जा रही थी। हालांकि, ड्राइवर की तत्परता और यात्रियों की सूझबूझ के कारण बड़ा हादसा टल गया। इस घटना में बस पूरी तरह से जल गई, लेकिन किसी भी यात्री को कोई गंभीर नुकसान नहीं हुआ।
आग लगने की घटना
घटना रविवार को रात के समय उस समय हुई जब एक प्राइवेट बस हिसार के आजाद नगर से श्रद्धालुओं को लेकर सिरसा के सिकंदरपुर स्थित डेरा राधा स्वामी के लिए जा रही थी। बस फतेहाबाद जिले के गांव बड़ोपल और धांगड़ के बीच स्थित होटल कमल कीकू के पास पहुंची थी, तभी अचानक बस के पिछले टायर में आग लग गई। आग के बढ़ने पर यात्रियों को इसकी जानकारी पास से गुजर रहे वाहनों में सवार लोगों ने दी, जिन्होंने चिल्लाकर ड्राइवर को आग लगने की सूचना दी।
ड्राइवर की सूझबूझ
बस में लगी आग को देख कर ड्राइवर ने तुरंत प्रतिक्रिया दिखाई और सभी यात्रियों को बस से उतरने के लिए कहा। उसकी तत्परता ने इस हादसे को और बड़े संकट में बदलने से बचा लिया। ड्राइवर ने बस को रोककर यात्रियों को जल्दी से बाहर निकाला और यह सुनिश्चित किया कि कोई यात्री बस में फंसा न रह जाए। यात्रियों में थोड़ी हड़बड़ी जरूर देखी गई, लेकिन किसी तरह की अफरा-तफरी नहीं मची और सभी यात्री सुरक्षित बाहर निकलने में सफल रहे।
दमकल विभाग की देरी
जब ड्राइवर ने फायर ब्रिगेड को सूचना दी, तब तक आग ने पूरी बस को अपनी चपेट में ले लिया था। दमकल विभाग की गाड़ी समय पर नहीं पहुंच पाई, जिससे बस पूरी तरह से जलकर खाक हो गई। हालांकि, दमकल विभाग ने आग को बुझाने की कोशिश की और सुलग रही आग को नियंत्रित किया। आग लगने के बाद बस की पूरी संरचना नष्ट हो गई, लेकिन किसी प्रकार के जनहानि की कोई सूचना नहीं मिली है।
राधा स्वामी डेरे में चल रहा भंडारा और सत्संग
यह घटना उस समय हुई जब राधा स्वामी डेरा सिकंदरपुर, सिरसा में 30 नवंबर और 1 दिसंबर को आयोजित दो दिवसीय सालाना सत्संग और भंडारे का आयोजन हो रहा था। इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, दिल्ली सहित अन्य राज्यों से हजारों श्रद्धालु पहुंच रहे थे। इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु बसों के माध्यम से डेरा राधा स्वामी की ओर जा रहे थे, जिससे यात्रियों की संख्या अधिक थी और यह हादसा कई यात्रियों की जान को खतरे में डाल सकता था।
दुर्घटना से हुई क्षति
हालांकि, इस घटना में किसी यात्री की जान नहीं गई, लेकिन बस का पूरा हिस्सा जलकर राख हो गया, जिससे यात्रा में शामिल अन्य श्रद्धालुओं को असुविधा का सामना करना पड़ा। घटना के बाद यात्रियों के लिए दूसरी बस की व्यवस्था की गई, ताकि वे अपने यात्रा कार्यक्रम को जारी रख सकें। ट्रैवल एजेंसी ने घटना की सूचना मिलने के बाद जल्द ही दूसरी बस उपलब्ध कराई और यात्रियों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।
यह घटना एक उदाहरण है कि कैसे ड्राइवर की सूझबूझ और यात्रियों की तत्परता के कारण एक बड़ी दुर्घटना से बचा जा सकता है। इस घटना में किसी प्रकार का बड़ा नुकसान नहीं हुआ, लेकिन यह हमें सतर्क रहने की आवश्यकता का एहसास कराती है। यात्रियों के लिए सुरक्षा सर्वोपरि है, और इस प्रकार की घटनाओं से हमें सीखने की आवश्यकता है कि किस प्रकार से हम अपने यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार के संकट से निपट सकते हैं।