हरियाणा के परिवहन मंत्री अनिल विज का बड़ा एक्शन, असिस्टेंट क्लर्क को किया सस्पेंड
हरियाणा के परिवहन एवं ऊर्जा मंत्री अनिल विज ने एक बड़ा कदम उठाते हुए सोमवार को एक असिस्टेंट क्लर्क को सस्पेंड कर दिया। यह कार्रवाई उन्होंने एक बुजुर्ग नागरिक की पेंशन में विलंब होने के कारण की, जो कि विभागीय लापरवाही के कारण हुई थी। इस पूरे मामले में मंत्री विज का गुस्सा दिखा और उन्होंने अधिकारियों को कड़ी चेतावनी भी दी कि ऐसी लापरवाही अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
बुजुर्ग की पेंशन को लेकर शिकायत
विज का यह एक्शन उस समय आया जब वे अंबाला में अपने घर पर जनता दरबार लगा रहे थे। यहां पर कई लोग अपनी समस्याओं को लेकर पहुंचे थे, जिनमें से एक बुजुर्ग व्यक्ति ने अपनी पेंशन के न बन पाने की शिकायत की। इस बुजुर्ग नागरिक ने बताया कि उनकी पेंशन इसलिए नहीं बन रही क्योंकि उनकी जन्मतिथि (Date of Birth) की वेरिफिकेशन नहीं हो पाई है। इस पर मंत्री अनिल विज ने मौके पर ही मामले की जांच शुरू की और संबंधित अधिकारी से इस मुद्दे पर जानकारी ली।
अधिकारी की लापरवाही पर भड़के मंत्री
जब मंत्री अनिल विज ने अधिकारी से पूछा कि बुजुर्ग की पेंशन क्यों नहीं बन रही, तो अधिकारी ने जवाब दिया कि जन्म तिथि की वेरिफिकेशन के लिए एक रिक्वेस्ट डालनी पड़ती है। इस जवाब पर मंत्री विज भड़क गए और उन्होंने कहा, “इतने महीने हो गए, फिर भी डेट ऑफ बर्थ वेरिफाई नहीं हो पाई। यह क्या तमाशा बना रखा है?” उन्होंने अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि इनकी हालत देखी है, ये बुजुर्ग धक्के खा रहे हैं और इस सबका जिम्मेदार विभाग है।
मंत्री विज ने यह भी कहा कि वह किसी को माफ नहीं करते और अगर कोई लापरवाही करता है तो उसे इसके परिणाम भुगतने होंगे। इसके बाद उन्होंने असिस्टेंट क्लर्क का नाम पूछकर उसे तत्काल सस्पेंड करने के आदेश दिए। विज ने कहा, “मैं किसी को माफ नहीं करता, अगर आपके यहां यह हाल है तो आप अंदाजा लगाइए कि दूसरे विभागों में क्या हाल होगा।”
लापरवाह कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई
मंत्री अनिल विज का यह कदम उनके लगातार अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की नीति का हिस्सा है। इससे पहले 29 नवंबर को भी उन्होंने सिरसा और कैथल में तीन कर्मचारियों को सस्पेंड किया था। यह कार्रवाई कष्ट निवारण समिति की बैठक के दौरान हुई थी, जब विज ने अनअप्रूव्ड स्थान पर नक्शा पास करने के मामले में बिल्डिंग इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया था।
उनकी यह कार्रवाई यह साबित करती है कि वे विभागीय लापरवाही को कतई बर्दाश्त नहीं करते और अधिकारियों पर नकेल कसने के लिए तत्पर रहते हैं। मंत्री विज का कहना है कि नागरिकों को सरकारी योजनाओं का लाभ मिलने में किसी प्रकार की रुकावट नहीं आनी चाहिए, और यदि कोई अधिकारी या कर्मचारी अपनी जिम्मेदारी निभाने में असफल रहता है, तो उसे कड़ी सजा दी जाएगी।
मंत्री ने दिया संदेश
इस पूरे घटनाक्रम में मंत्री विज ने एक स्पष्ट संदेश दिया कि सरकारी कामकाज में किसी भी प्रकार की लापरवाही या ढिलाई अब नहीं चलेगी। उन्होंने कहा, “अब जाकर इन मामलों को हल करो, किसी भी कर्मचारी को माफ नहीं किया जाएगा। अगर कोई समस्या होती है, तो उसे जल्द से जल्द सुलझाया जाए।” उनका यह बयान प्रदेशभर में अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए एक चेतावनी के रूप में सामने आया है कि वे अपनी जिम्मेदारियों को पूरी गंभीरता से निभाएं।
अनिल विज ने जो कदम उठाया, वह यह दर्शाता है कि जब तक जनता की भलाई के मुद्दे नहीं सुलझाए जाते, तब तक उनकी सरकार और मंत्री पूरी तरह से सतर्क रहेंगे। उनका यह कड़ा रुख यह सुनिश्चित करेगा कि सरकारी तंत्र में सुधार हो और नागरिकों को समय पर और बिना किसी रुकावट के सरकारी सुविधाओं का लाभ मिल सके। इस घटना ने यह भी साबित कर दिया कि मंत्री विज अपने कर्तव्यों को लेकर कितने गंभीर हैं और किसी भी प्रकार की लापरवाही को लेकर उनका रुख सख्त है।