NCR में नया शहर बसाने की योजना: 60 गांवों की ज़मीन का होगा अधिग्रहण, मिलेगा लोगों को बड़ा फायदा
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में एक नया शहर बसाने की योजना बनाई है, जिसके तहत आगरा के 60 गांवों की ज़मीन का अधिग्रहण किया जाएगा। इस परियोजना से न केवल आसपास के क्षेत्रों की प्रॉपर्टी कीमतों में तेजी आएगी, बल्कि स्थानीय निवासियों को भी आर्थिक लाभ होगा। आइए जानते हैं इस महत्वाकांक्षी योजना के बारे में विस्तार से।
यूपी सरकार का “न्यू आगरा” योजना
उत्तर प्रदेश सरकार ने यमुना एक्सप्रेसवे के दोनों ओर ‘न्यू आगरा’ नामक एक नया शहर बसाने की योजना बनाई है। इस नए शहर का निर्माण यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) के अधिकार क्षेत्र में किया जाएगा। इस शहर का उद्देश्य इसे एक प्रमुख पर्यटन और वाणिज्यिक केंद्र के रूप में विकसित करना है। सरकार की योजना के अनुसार, यह शहर एक विरासत शहर के रूप में स्थापित किया जाएगा, जो आगरा और आसपास के क्षेत्रों के सामाजिक-आर्थिक विकास में अहम भूमिका निभाएगा।
60 गांवों की ज़मीन का अधिग्रहण
इस नए शहर को बसाने के लिए आगरा के एतमादपुर तहसील के 60 गांवों की ज़मीन का अधिग्रहण किया जाएगा। प्राप्त जानकारी के अनुसार, इस परियोजना के तहत लगभग 10,500 हेक्टेयर भूमि पर ‘न्यू आगरा’ का निर्माण होगा। इस विकास कार्य से न केवल आगरा बल्कि आसपास के क्षेत्रों की प्रॉपर्टी कीमतों में भी वृद्धि होने की संभावना है, जिससे स्थानीय निवासियों को लाभ होगा।
यह योजना आगरा और उसके आस-पास के इलाकों में एक नई अर्थव्यवस्था की शुरुआत करेगी और यह क्षेत्र व्यापारिक और पर्यटन दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण बनेगा। सरकार ने इस परियोजना के लिए एक विस्तृत ब्लूप्रिंट तैयार किया है, जिसे यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (YEIDA) ने मंजूरी दी है।
‘न्यू आगरा’ शहर का विकास
‘न्यू आगरा’ शहर को नोएडा के आकार का आधा शहर बनने की उम्मीद है। इसे मुख्य रूप से पर्यटन और वाणिज्यिक केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा। इस परियोजना को तैयार करने में एक सलाहकार द्वारा किए गए सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण का उपयोग किया गया है, जिससे यह सुनिश्चित किया जाएगा कि विकास कार्य का प्रभाव स्थानीय समुदाय पर सकारात्मक हो।
प्रारंभिक चरण में, अधिकांश भूमि हाथरस जिले में चिन्हित की गई थी, लेकिन बाद में इसे संशोधित किया गया और अब शहर की जगह आगरा के एतमादपुर क्षेत्र में तय की गई है। आगामी चरण में भूमि का ऑन-साइट सत्यापन किया जाएगा, जिसमें कनेक्टिविटी, अतिक्रमण और अन्य आवश्यक कारकों का आकलन किया जाएगा।
पर्यटन और वाणिज्यिक केंद्र के रूप में विकास
न्यू आगरा शहर का उद्देश्य आगरा के पर्यटन से वाणिज्यिक लाभ को बढ़ाना है। ताजमहल, फतेहपुर सीकरी जैसे विश्व प्रसिद्ध स्थल आगरा के प्रमुख आकर्षण हैं और यह नए शहर के लिए एक अहम पर्यटन केंद्र बनेगा। खासतौर पर, ताजमहल की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, सख्त उत्सर्जन नियंत्रण नियम लागू किए जाएंगे। इसके अलावा, शहर में सार्वजनिक स्थानों पर थीम पार्क और मनोरंजन क्षेत्रों का निर्माण भी किया जाएगा, जिससे यह शहर घरेलू और अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगा।
YEIDA की पहली प्रमुख शहरी विकास परियोजना
यह YEIDA द्वारा यमुना एक्सप्रेसवे के पास आगरा क्षेत्र में पहली बड़ी शहरी विकास परियोजना है। इस योजना को नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के विकास से भी जोड़ा गया है, क्योंकि नया हवाई अड्डा अगले अप्रैल में खुलने वाला है, जो आगरा में पर्यटकों की संख्या को बढ़ा सकता है। YEIDA के अधिसूचित क्षेत्र में गौतम बुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, हाथरस, मथुरा और आगरा जिलों के 1,149 गांव शामिल हैं, और इस परियोजना के माध्यम से इन सभी क्षेत्रों में विकास कार्य किया जाएगा।
‘न्यू आगरा’ शहर का निर्माण क्षेत्रीय विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो न केवल आगरा और उसके आस-पास के क्षेत्रों की प्रॉपर्टी कीमतों में वृद्धि करेगा, बल्कि स्थानीय निवासियों को भी रोजगार और विकास के नए अवसर प्रदान करेगा। इस परियोजना के अंतर्गत, सरकार ने पहले ही भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू कर दी है और जल्द ही शहर का निर्माण कार्य शुरू होने की उम्मीद है।
इस योजनाओं का असर पूरे NCR क्षेत्र पर पड़ेगा और यह क्षेत्र को एक प्रमुख वाणिज्यिक और पर्यटन केंद्र के रूप में स्थापित करेगा, जिससे हर किसी को फायदा होगा।