सिरसा में पीएनजी गैस लाइन का रिसाव: बड़ा हादसा टला, पानी सप्लाई में हुई बाधा

सिरसा में पीएनजी गैस लाइन का रिसाव: बड़ा हादसा टला, पानी सप्लाई में हुई बाधा

सिरसा के कंगनपुर रोड स्थित भारत नगर मोहल्ले में एक गंभीर हादसा होते-होते बचा। दरअसल, पानी की कनेक्शन लाइन जोड़ते समय एक लापरवाह प्लंबर ने पीएनजी (पाइप्ड नेचुरल गैस) लाइन में ड्रिल कर दिया, जिससे गुरुवार शाम लगभग 5 बजे गैस का रिसाव होने लगा। इस रिसाव के कारण चार घंटे तक मोहल्ले में दुर्गंध फैल गई और घरों में गैस की सप्लाई बाधित हो गई। यदि इस दौरान कोई चिंगारी उठती, तो यह घटना बड़ा हादसा बन सकती थी।

प्लंबर की लापरवाही से हुआ रिसाव

गुजरात गैस पाइपलाइन की मुख्य लाइन को नुकसान तब हुआ जब एक दुकानदार ने पानी का कनेक्शन करवाने के लिए नगर परिषद से अनुमति लिए बिना ही काम शुरू कर दिया। प्लंबर ने पीएनजी लाइन में छेद करने से पहले वहां पर लगी चेतावनी बोर्ड को हटा दिया, जिससे उसे यह पता ही नहीं चला कि वह एक जोखिमपूर्ण कार्य कर रहा था। इस गलती के कारण गैस का रिसाव शुरू हो गया और करीब चार घंटे तक इसके प्रभाव से मोहल्ले में डर का माहौल बना रहा।

गुजरात गैस एजेंसी के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर गैस की सप्लाई को तुरंत रोक लिया और रिसाव को नियंत्रित करने का प्रयास किया। हालांकि, इससे पहले ही मोहल्ले में दुर्गंध फैल गई और गैस की सप्लाई बंद हो गई। शुक्र है कि इस दौरान कोई बड़ी दुर्घटना नहीं हुई।

गैस लाइन की सुरक्षा और संभावित खतरे

पीएनजी गैस हल्की होने के कारण हवा में तेजी से फैल जाती है। जब तक कोई चिंगारी इसके पास नहीं आती, तब तक यह नहीं जलती, लेकिन जैसे ही यह किसी चिंगारी या गर्म सतह से संपर्क करती है, तो यह भयंकर रूप से जल सकती है। इस घटना के दौरान गैस का रिसाव आसपास के दो से ढाई मीटर के क्षेत्र में फैल चुका था, लेकिन समय रहते इसे कंट्रोल कर लिया गया।

गुजरात गैस एजेंसी ने जानकारी दी कि पीएनजी गैस की पाइप लाइन छह इंची लोहे की होती है, जो चार परतों वाली होती है। इसके ऊपर एक सुरक्षा परत भी चढ़ाई जाती है, जिसमें लिखा होता है कि यह गैस पाइपलाइन है और इसके साथ कोई भी छेड़छाड़ खतरनाक हो सकती है। अगर यह पाइपलाइन सही समय पर ठीक नहीं होती, तो यह किसी भी दुर्घटना का कारण बन सकती थी।

गैस लाइन मरम्मत और नुकसान

इस घटना के बाद अमृतसर से एक विशेषज्ञ टीम सिरसा भेजी गई, जो गैस पाइपलाइन की मरम्मत कर रही है। अधिकारियों के अनुसार, इस दुर्घटना में करीब 10 लाख रुपये से ज्यादा का नुकसान हुआ है। गुरुवार रात तक गैस की मुख्य लाइन को बदलकर और सही किया गया, जिससे फिर से घरों में गैस सप्लाई बहाल हो गई।

इसके अलावा, जल आपूर्ति भी प्रभावित हुई थी, लेकिन गुजरात गैस एजेंसी ने जल्द ही टैंक लाकर पानी की सप्लाई शुरू कर दी, ताकि लोगों को ज्यादा परेशानी का सामना न करना पड़े।

अनुमति न लेने से बढ़े खतरे

यह घटना इस बात का उदाहरण है कि कैसे कुछ कार्यों को बिना उचित अनुमति के करना शहरवासियों के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकता है। नियमों के मुताबिक, किसी भी प्रकार का पानी और सीवरेज कनेक्शन जोड़ने के लिए जनस्वास्थ्य विभाग से अनुमति लेना अनिवार्य है। इसके बाद नगर परिषद से सड़क तोड़ने और खोदने के लिए अनुमति ली जाती है। लेकिन, इस मामले में दुकानदार और प्लंबर ने किसी भी प्रकार की अनुमति नहीं ली, जिसके कारण यह हादसा हुआ।

सिरसा के भारत नगर मोहल्ले में हुए इस गैस रिसाव से बड़ा हादसा टल गया, लेकिन यह घटना सुरक्षा उपायों और अनुमति प्रक्रिया की अहमियत को उजागर करती है। अगर प्लंबर ने सही तरीके से काम किया होता और सभी संबंधित विभागों से अनुमति ली होती, तो इस प्रकार के जोखिम से बचा जा सकता था। इस घटना के बाद अधिकारियों ने यह सुनिश्चित किया है कि गैस पाइपलाइन को जल्दी ठीक किया जाएगा और भविष्य में इस तरह की लापरवाही से बचने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे।

गुजरात गैस एजेंसी और अन्य संबंधित विभाग अब लोगों को इस बारे में जागरूक कर रहे हैं कि गैस पाइपलाइन से संबंधित किसी भी काम को करने से पहले आवश्यक अनुमति लेना जरूरी है, ताकि इस तरह के खतरनाक हादसों से बचा जा सके।

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