Zomato ने Blinkit में फिर से किया 500 करोड़ रुपये का निवेश, अब तक कर चुका है इतनी बड़ी रकम का निवेश

Zomato ने Blinkit में फिर से किया 500 करोड़ रुपये का निवेश, अब तक कर चुका है इतनी बड़ी रकम का निवेश

ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो (Zomato) ने अपने क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म ब्लिंकिट (Blinkit) में 500 करोड़ रुपये का और निवेश किया है। यह निवेश हाल ही में रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज (RoC) के साथ की गई एक नियामक फाइलिंग से सामने आया है। अगस्त 2022 में ब्लिंकिट का अधिग्रहण करने के बाद से जोमैटो ने इस प्लेटफॉर्म में अब तक कुल 2,800 करोड़ रुपये का निवेश किया है।

इस ताजे निवेश के साथ, जोमैटो ने ब्लिंकिट के विकास और विस्तार में अपना और योगदान सुनिश्चित किया है। इस निवेश के पीछे कंपनी का उद्देश्य क्विक कॉमर्स सेक्टर में अपनी स्थिति को मजबूत करना और प्रतिस्पर्धा को मात देना है।

जोमैटो का ब्लिंकिट में निवेश: एक नजर

जोमैटो ने ब्लिंकिट को 4,477 करोड़ रुपये में खरीदा था और अब तक इस प्लेटफॉर्म में काफी निवेश किया है। खास बात यह है कि नवंबर में कंपनी ने QIP (Qualified Institutional Placement) के जरिए 8,500 करोड़ रुपये जुटाए थे और उसी दौरान ब्लिंकिट में इस नए निवेश की घोषणा की गई। इसका उद्देश्य ब्लिंकिट के संचालन को बेहतर बनाना और उसे अपनी प्रतिस्पर्धा के खिलाफ टिकाऊ बनाना है।

जोमैटो का यह निवेश ब्लिंकिट को एक मजबूत सहारा प्रदान करेगा, क्योंकि क्विक कॉमर्स सेक्टर में प्रतिस्पर्धा लगातार बढ़ती जा रही है। ब्लिंकिट ने हाल ही में अपने नए फूड डिलीवरी ऐप बिस्ट्रो (Bistro) को लॉन्च किया है, जो 10 मिनट के भीतर फूड डिलीवरी का दावा करता है। इस ऐप का मुकाबला स्विगी के स्नैक और जेप्टो कैफे से होगा। बिस्ट्रो के जरिए ब्लिंकिट का उद्देश्य फूड डिलीवरी सेक्टर में अपनी पकड़ मजबूत करना है।

क्विक कॉमर्स सेक्टर में बढ़ी प्रतिस्पर्धा

ब्लिंकिट और जोमैटो जैसी कंपनियां इस समय क्विक कॉमर्स सेक्टर में एक-दूसरे को कड़ी टक्कर दे रही हैं। ब्लिंकिट ने अब तक 10 मिनट में फूड डिलीवरी का दावा किया है, और इसके साथ ही स्विगी और जेप्टो जैसे प्लेटफॉर्म्स ने भी इसी तरह की सेवाएं पेश की हैं। इस सेक्टर में तेजी से वृद्धि हो रही है और कई कंपनियां अपने ग्राहकों को तेजी से और बेहतर सेवाएं देने के लिए नई रणनीतियों के साथ आगे बढ़ रही हैं।

ब्लिंकिट के लिए यह एक महत्वपूर्ण मोड़ है, क्योंकि फाइनेंशियल ईयर 2024-25 की दूसरी तिमाही में ब्लिंकिट का रेवेन्यू दोगुने से अधिक बढ़कर 1,156 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। यह साल दर साल 129 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है। हालांकि, इस दौरान कंपनी को 8 करोड़ रुपये का एबिटा लॉस हुआ, जो पिछले साल की तुलना में कुछ बेहतर है, जब कंपनी को 125 करोड़ रुपये का परिचालन घाटा हुआ था।

ब्लिंकिट बनी यूनिकॉर्न कंपनी

ब्लिंकिट के लिए एक और बड़ी उपलब्धि है कि यह अब यूनिकॉर्न बन चुकी है। यूनिकॉर्न वह स्टार्टअप कंपनी होती है, जिसकी वैल्यू एक बिलियन डॉलर (लगभग 7,500 करोड़ रुपये) से अधिक हो जाती है। ब्लिंकिट ने 2021 में जोमैटो और टाइगर ग्लोबल से 120 मिलियन डॉलर जुटाए थे, और इसके बाद यह कंपनी यूनिकॉर्न का दर्जा हासिल कर पाई थी। मार्च 2022 में, ब्लिंकिट ने कन्वर्टिबल नोट्स के जरिए जोमैटो से 100 मिलियन डॉलर जुटाए थे और इसके बाद जोमैटो ने उसे 150 मिलियन डॉलर का लोन भी दिया था, जिसे बाद में ब्लिंकिट ने खरीद लिया।

जोमैटो और ब्लिंकिट का भविष्य

जोमैटो का ब्लिंकिट में निरंतर निवेश यह संकेत देता है कि कंपनी का फोकस क्विक कॉमर्स और फूड डिलीवरी सेवाओं में विस्तार करना है। हाल के निवेश और ब्लिंकिट की बढ़ती लोकप्रियता के कारण जोमैटो का लक्ष्य इस सेक्टर में अपनी पकड़ को और मजबूत करना है। यह निवेश ब्लिंकिट को अपनी सेवाओं में सुधार करने, नई तकनीकों का इस्तेमाल करने और ग्राहकों के अनुभव को बेहतर बनाने में मदद करेगा।

जोमैटो और ब्लिंकिट के बीच यह रणनीतिक साझेदारी निश्चित रूप से भविष्य में बड़ी सफलता हासिल कर सकती है। ब्लिंकिट की यूनिकॉर्न स्टेटस के साथ साथ जोमैटो का बढ़ता निवेश दर्शाता है कि दोनों कंपनियां फूड डिलीवरी और क्विक कॉमर्स सेक्टर में अपनी पकड़ बनाने के लिए तैयार हैं।
जोमैटो ने अब तक ब्लिंकिट में भारी निवेश किया है, और इस नए 500 करोड़ रुपये के निवेश से यह साबित होता है कि कंपनी इस सेक्टर में अपना दबदबा बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है। ब्लिंकिट का विस्तार और बढ़ते रेवेन्यू इसे एक मजबूत प्रतिस्पर्धी बना रहे हैं। भविष्य में इस क्षेत्र में होने वाली और वृद्धि के साथ, जोमैटो और ब्लिंकिट का जोड़ीदार निवेश गेम-चेंजर साबित हो सकता है।

Leave a Comment

Floating WhatsApp Button WhatsApp Icon